मरकज निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में शामिल जमातियों की तलाश में पुलिस दूसरे दिन भी जुटी रही। बुधवार को शामली में पुलिस को जिले के दो अलग अलग स्थानों पर बाहर से आई जमात के होने की जानकारी मिली थी जिसके बाद उनकी जानकारी जुटाकर उन्हें क्वारंटीन करा दिया गया। उधर, पुलिस ने कादरगढ़ चौकी पर जलालाबाद के 10 जमातियों को रोक लिया। इन सभी जमातियों को क्वारंटीन करा दिया गया है।
शामली जिले में मरकज निजामुद्दीन में शामिल हई जमात के शहर में दो अलग अलग स्थानों पर होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने इनकी जानकारी जुटाकर तलाश की। जिसके बाद चिन्हित मस्जिदों में पहुंचकर कुल 18 लोगों को पकड़ा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी लोगों की जांच कर उन्हें मस्जिदों में ही क्वारंटीन कर दिया। टीम ने ने सभी लोगों को मस्जिदों से बाहर न निकलने के निर्देश दिए हैं। वहीं पुलिस ने बाहर से आई जमात की सूचना नहीं देने पर मस्जिद के एक मौलाना को हिरासत में लिया है।
शासन के निर्देश पर मंगलवार से जिला पुलिस प्रशासन जिले में आई जमात में शामिल लोगों की जानकारी जुटाने में लगा हुआ है। पहले दिन करीब 160 लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें मस्जिदों में ही रहने के लिये निर्देशित किया गया था। पुलिस प्रशासन दूसरे दिन बुधवार को भी जमात में पहुंचे लोगो की तलाश में जुटा रहा। पुलिस को दिल्ली रोड पर मस्जिद में असम से आई जमात में 11 लोग मिले। इसके अलावा कलंदर शाह में नूरानी मस्जिद में सीतापुर जिले की जमात में 7 लोगो की जानकारी मिली है।
थानाभवन क्षेत्र में कादरगढ़ पुलिस ने चेकिंग के दौरान एटा से जमात कर लौटे जलालाबाद के 10 लोगों को रोक लिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
बुधवार सुबह पुलिस कादरगढ़ चौकी पर चेकिंग अभियान चला रही थी। उसी समय पुलिस ने एक खाली डीसीएम आती हुई देखी। इस पर पुलिस ने वाहन को रुकवा लिया। पीछे जाकर जांच की तो डीसीएम में 10 लोग सवार थे। जब पुलिस ने उक्त लोगों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह कुछ दिन पहले एटा जिले में जमात पर गए थे।
अब वापस लौटने से पहले उन्होंने प्रशासन से अनुमति लेने का प्रयास किया था, लेकिन उनकी अनुमति नहीं हो पाई। जिसके बाद वह डग्गामार वाहनों का सहारा लेकर यहां तक पहुंचे हैं। सीओ अमित सक्सेना ने बताया कि पुलिस इस संबंधों में कानून के प्रावधानों की पड़ताल कर रही है। जिसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।